कविता - 9; ताल - पंजमं
दक्ष का अच्छा सिर, हवन नेता का भारी सिर,
कमल में बैठा चार-सिरवाले का सिर -
इनको भौं उठाके ही काट दिये रुद्र!
शंख माला और शेर-चमडा वस्त्र के उचल के साथ
स्वर्ण मंच में नाचनेवाला सुन्दर,
किसीसे भी नहीं पीछे कर सकतेवाला
भक्त मैं तुमें पीछे करा दो - 1.9
हिन्दी अनुवाद: ओरु अरिसोनन [देव महादेवन] 2017